Kisan,Journalist,Marathi Writer, Social Worker,Political Leader.
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रात को खाना खाने के बाद दोबारा हमें भूख क्यों नहीं लगती वैसे तो कभी भी खाना खाने के बाद पूरा पेट भर दोबारा भूख कैसे लगेगी क्योंकि पेट भरा भर जाता फिर भी खाने वाले लोग हैं या कृपया कर फोकट में मिल जाए तो बात अलग है लेकिन रात को भी बात होती है कि हम सो जाते हैं खाना खाने के बाद ज्यादा करके 2 घंटे के अंदर सो जाते हैं तो सो जाने के बाद भूख कैसे लगेगी परीक्षा कैसे होगी यह इच्छा प्रॉब्लम होता है अगर कुछ बाजार से ऐसे देखे हैं जिनको देखकर उसको खाने को जीकर करे तो खाना खाने के बाद भी थोड़ा सा कुछ और भी खा सकते हैं लेकिन नींद में जो नहीं खा सकते इसलिए एक साथ 8 घंटे की या 6 घंटे की नींद है लगातार चलती है उसके कारण रात को खाना खाने के बाद दोबारा खाना खाने की जरूरत नहीं होती है लेकिन सुबह उठकर जल्दी खाने की आदत हो सकती है बहुत ऐसे लोग हैं जो सुबह उठकर कुछ समय में खाना खाते हैं और तुम तक उनका उनका खाना भी बना हुआ होता है और वह काम को निकल जाते हैं फिर दिन भर नहीं खाते रात को थोड़ा सा जल्दी खाते क्या बीच में अगर काम पर जगह पर मैं किसी होटल में कुछ अच्छा लगे खाने के लिए तो वह खाते हैं तो इस तरीके से ही होता है ऐसा मुझे लगता है धन्यवाद
कसम है कि रात खाना खाने के बाद दोबारा हमें भूख क्यों नहीं लगती है 1:00 बजे अपने घर पर खाना खा लिया है तो निश्चित तौर पर आपको भूख नहीं लग सकती है क्योंकि रात के समय में कोई भी ज्यादा एक्टिविटीज व्यक्ति नहीं करता है खाना खाने के बाद में या तो इंसान बैठा रहता है या फिर सो जाता है या फिर टीवी देख कर ही टाइम स्पेंड करते हैं क्योंकि फिजिकल एक्टिविटीज नहीं होती हैं आप ही कॉल रिसीव नहीं हो रहे हैं खाना खाने में ज्यादा समय लगता है यह बहुत बड़ा कारण है कि जल्दी भूख नहीं लगती आपका दिन शुभ रहे धन्यवाद
हम तो आप का सवाल है कि रात को खाना खाने के बाद दोबारा हमें भूख क्यों नहीं लगती तो दिखेगा रात को आप तो खा कर सो जाते हैं मुझे नहीं आपको पता नहीं होता है झूठी खाना खाए हो क्या आप किसी भी तरह का कामकाज नहीं करते आप साथ एक घंटा सो जाते हैं तो जब तक हम कोई काम ही नहीं करते तो एनर्जी हमारा जो है वैसी नहीं है सर जी आपका स्टोर रहता जो भी आप खाना खाए हैं जो भी न्यूट्रिएंट्स है वह सब स्टोर रहता है कोई भी व्यस्त नहीं हो रहा है क्योंकि आप सोए हैं कोई भी काम काज नहीं कर रहे हैं तो इसीलिए आपको भूख नहीं लगती रात को खाना खाकर अब देर रात तक अगर जगे हुए रहते कुछ भेजोगे भी आप रह रहे हो कोई काम करो या कर रहे हो या नहीं कर रहे हो लेकिन फिर भी आपको भूख लगेगी क्योंकि एक तरह का फंक्शन होता रह रहा है इधर से उधर आपको बैठना जगे रहना आपका बॉडी अगर देख भी रहा है आंख खोला भी है तो इस तरह का फंक्शन नहीं हो रहा है तो इसीलिए सो जाने से मतलब सारी चीज दूर रहता है अब तो लेता लेकिन जगह रहने से काम काज करने से मृत्यु इनर्जी है उमेश होता तो इसी वजह से मैं कल रात को जब लोग सो जाते हैं भूख नहीं लगती
चल बहुत से लोगों के मन में आता है कि रात को खाना खाने के बाद हमें सुबह मुंह तो नहीं लगती नहीं कि मैं इसका उत्तर मैं आपको एक उदाहरण सा देता हूं कि यदि आप अपनी कूलर में सो रुपए का पेट्रोल डलवाने और उसे पूरे अपनी पूरी कॉलोनी में घुमाएं 1 घंटे के अंदर अगर आप बिना क्योंकि उसे घूम आते जा रहे हैं तो वह उसका पेट्रोल है वह खत्म हो जाए क्योंकि इंजन को उसके पेट्रोल की आवश्यकता है और वह पेट्रोल को वहां से ले रहा है क्योंकि वह तो पेट्रोल जो होता है वह टंकी है जहां पर पेट्रोल होता है ऐसा हो सकता होती जाती है वैसे वहां से वह कुछ अमाउंट में पेट्रोल लेकर रहता है और वहां से पेट्रोल फिर एक समय 1 घंटे बाद खत्म हो जाएगा वहीं अगर आप रात के समय या मैं कल शाम के समय ₹100 का पेट्रोल लगाएं और अपने 2 लड़कों खड़े रहने दे रहा अगले दिन आप देखेंगे जाकर तो उस टू व्हीलर में उतना ही अमाउंट होगा और उतना ही पेट्रोल होगा जितना डलवाया था और उसको पैदा होगी नहीं होगी वहीं अगर मैं आपको अब अपने शरीर उतारने के बताऊं कि रात को खाना खाने भूख क्यों नहीं लगती है यह है कि जो हम रात को खाना खा लेते हैं उसके निश्चित 1 से 2 घंटे बाद ही हम लोग सो जाते हैं जिसके चलते हमारा शरीर है वह कोई भी प्रक्रिया नहीं करता और उसे कोई पक्की है करने के लिए जो शक्ति जो हमें भूलने से मिलती है वह नहीं लगती और हमें रात में भूख नहीं लगती है ठीक है ना अगर हम दोपहर में पहले तो मैं शाम में लग जाती है दोपहर में या 12:01 बजे अपने खाना खाने के बाद बहुत से ऐसे काम करते समय शरीर में पकड़ी होती रहती है और वह खाना न्यूटीलाइट पर आता है यही कारण है कि रात में इंसानों को खाना खाने के बाद भूख नहीं लगती
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न है कीवी खाने के क्या फायदे होते हैं तो फ्रेंड्स की भी बहुत ही अच्छा फ्रूट होता है और यह सर्दियों में मिलने वाला फल होता है और इसमें बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं बहुत सारे विटामिन होते हैं और इसमें विटामिन सी भी होता है कि भी मैं और की भी हमारे शरीर में खून में जो प्लेटलेट होते हैं उसे बहुत तेजी से बढ़ आता है जब भी किसी को डेंगू मलेरिया कोई बुखार हो जाता है और उसके प्लेटेड स्कर्ट जाते हैं तो अगर व्यक्ति भी खाए तो उसकी प्लेटलेट्स बहुत तेजी से बढ़ते हैं तो कीवी बहुत ही अच्छा फ्रूट होता है और भी बहुत की भरपूर गुणों का खजाना होता है उसमें तो आपकी भी खा सकते हैं आराम से दिन में एक या दो कि भी खाइए आपके फोन में जो प्लेटलेट्स तरह बढ़ेगा और आपकी ब्लड में बहुत ताकत आएगी तो फ्रेंड सब को जवाब अच्छे लगे तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद
नमस्कार मैं ब्रहम प्रकाश मिश्र आपका बोलकर पर हार्दिक स्वागत करता हूं आपका प्रश्न है सामाजिक स्वास्थ्य क्या है तो मित्र आधुनिक समाज अविश्वसनीय रूप से भूखी है और एक व्यक्ति कभी कभी उसे अस्तित्व की असुविधा जनक की स्थितियों और उनके लिए बातचीत के लिए अनुकूल बनाना मुश्किल पाता है और यह अन्य लोगों की मंडली में उनका अनुकूलन है जो यह निर्धारित करता है कि उनके सामाजिक स्वास्थ्य कितने शक्तिशाली हैं इस परिभाषा को स्पष्ट रूप से व्याख्या करना मुश्किल है पर इसे एक स्पष्ट पद देने के लिए इसमें क्योंकि कई घटक शामिल होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग कार को और परिस्थितियों का अनुकूलन हो सकता है सामाजिक अनुकूलन के मुख्य घटकों को समझने की कोशिश करने में हम जिन तत्वों को पाते हैं तो वे निकलकर यह आता है कि सामाजिक स्वास्थ्य एक व्यक्ति पूरे समाज या उसके व्यक्त समूह पर निर्भर करता है तो मित्र जय जवाब अच्छा लगा हो तो कृपया सब्सक्राइब लाइक शेयर और कमेंट करके जरूर बताएं धन्यवाद
सबको साले की इंग्लिश फिल्में एन का प्रयोग काका करते हैं दरअसल यह अपने आर्टिकल है यह आर्टिकल इन डिफरेंट आर्टिकल है और फ्रेंड्स एंड का शब्द सेंट्रल से पहले करते हैं मतलब एवं का एंकर पयोग भोपाल से चलकर थे जैसे सर आप को मैं बताता हूं अपने फ्रेंड्स एरोप्लेन एरोप्लेन फ्रेंड्स एंड एरोप्लेन इनके अनुसार एक ही आवाज आ रही है तो सेंड मतलब वह बोल मतलब जिन वर्ष में बल्कि सांड आती है उनसे पहले एंड को ब्लॉक किया जाता है फ्रेंड्स ठीक है अगर आपको अच्छा लगा हो तो प्लीज लाइक कर देना चाहे तो जय भारत
नमस्कार मैं ब्रहम प्रकाश मिश्र आपका बोल करें पर हार्दिक स्वागत करता हूं आपका प्रश्न है अंग्रेजी शब्द में द का उपयोग कहां कहां होता है तो मित्र एक आर्टिकल होता है और द का इस्तेमाल किसी विशेष वस्तु व्यक्ति और स्थान के साथ किया जाता है जिसके बारे में हम पहले से ही जानते हो आजकल सभी सिंगुलर ओर प्लूरल के लिए समान होता है दा का प्रयोग यूनिक लोगों और वस्तुओं के साथ होता है जो केवल एक है या जो विशेषण पूरे एक समूह या जाति का बोध कराते हैं उनके साथ विदा का प्रयोग किया जाता है प्रसिद्ध संग्रहालय व भवनों और स्मारकों के साथ विदा का प्रयोग होता है नदियों समुद्रों महासागरों पहाड़ों जिलों नेहरु बांध मरुस्थल के नाम से पहले भी दा का प्रयोग करते हैं जैसे द गंगा इंडियन ओशन आदि और दा का प्रयोग धार्मिक अखबार पत्रिका के नाम से पहले भी होता है जैसे द गीता या इंडिया टुडे आदि द का प्रयोग ऐसे देश के नाम के साथ किया जाता है जिनमें किंग्डम स्टेट या पब्लिकन नाम आता हो जैसे यूनाइटेड स्टेट्स द यूनाइटेड किंगडम या द रिपब्लिक आफ आयरलैंड ऑल और बहुत दिन के बाद तथा फोन और सिम से पहले भी दा का प्रयोग किया जाता है तारीख यानी डेट से पहले भी दा का प्रयोग किया जाता है तो मित्र यह जवाब अच्छा लगा हो तो कृपया सब्सक्राइब लाइक शेयर और कमेंट करके जरूर बताएं धन्यवाद
रिबन आपने पूछा है अक्षर भाई मोबाइल है या कौन सनम तुम्हें बता दो जो है भाई अक्षर जो है कॉम्पोनेंट है क्योंकि जो हमारा इंग्लिश अल्फाबेट होता है उस फॉर वेल्थ होते ए ई आई ओ यू और पार्टी कितने होते हैं तो वह फंक्शन एंड होते हैं तो ए ई आई ओ यू के अलावा जितने भी शब्द थे वह कौन से दिन में आते हैं या नहीं भाई जो है ए ई आई ओ यू के अंदर नहीं है यह कौन सा नेट है आई होप आपको मैंने आंसर पसंद आया होगा विश यू ऑल द बेस्ट
कुछ लोग जैसे वैसे लोगों को दिखाने में सकुचाती क्यों है कि दूसरों के नजरों में अच्छा बनने की कोशिश करते हैं आप सुंदर देखना चाहते हैं आप अपने आप को स्वस्थ और हेल्दी और ब्यूटीफुल दिखाने की कोशिश करते हैं अपनी जो है याद करके अपने कपड़े पहने हुए करने के इच्छुक नहीं होंगे पर क्या चीज टाइप बगैरा सूट I3 पहन रखा तो लोग आपसे मिलने की और बात करने की इच्छा जाहिर करेंगे क्योंकि वह सोचेंगे कि आप कोई ना कोई बड़े आदमी दिखाना जो है आजकल के दौर के अंदर हर किसी का और यही कारण है कि जो दिखावटी जो दुनिया है इसके अंदर हम लोग फंसे हुए हैं तो आज आप हो या कोई और वह हर कोई व्यक्ति स्मार्ट बनना चाहेगा अपने आपको अच्छी तरीके से कपड़े इत्यादि सब जैसा है वैसा ही दिखाएंगे
प्रिया सम्मोहन विद्या द्वारा किस तरह से किसी के मन को वश में कर लिया जाता है दोस्तों सब बिल्कुल भी नहीं है सम्मोहन विद्या वगैरह कुछ नहीं है परंतु आपको कुछ जरिया केमिकल जो इत्यादि होते हैं उन के माध्यम से आप किसी को भी अपने वश में तो कर सकते हैं परंतु उसकी जो मानसिकता जो है उसकी रियल लाइफ में उसको बस में नहीं कर सकते हैं आप किसी व्यक्ति को कोई शहर या कुछ केमिकल 41 लूंगा करके या किसी और तरीके से अपने वश में कर सकते हैं परंतु जो सम्मोहन विद्या ए ऑफिस से दूर रहिए क्योंकि यह जो ऐसी कोई विद्या नहीं है यह सिर्फ आपको किताब के अंदर भी देखने को नहीं मिलेगी परंतु धार्मिक किताबें उनके अंदर आपको देखने को मिल जाएगी कोई जादू टोने की जो चीजों की उम्र में देखने को मिल जाएगी परंतु कुछ भी चीज नहीं है आप किसी को केमिकल के माध्यम से लोगों का ब्रेनवाश करके आप जरूर किसी को वश में कर सकते हैं परंतु
देखे किसी में दिमाग कम है या फिर किसी में ज्यादा होता है इसका कोई ऐसे मजा नहीं है हरेक लोगों का मतलब निरंतर हर एक कर लो काम माइंड पावर डिफरेंट होता है और और और और चिकन चीज है कि कुछ लोगों का न्यूट्रिशन के चमक को बचपन से मिलता है उसी के ऊपर भी उनका दिमाग के पावर को उत्पन्न करता है जैसे कि बहुत टाइम हम देखते हैं कि बच्चों को हमेशा मां के पेट में जब रहता है तो उस माता को ज्यादा खाना दिया जाता है ज्यादा एल्बम्स वगैरा और अच्छा से खाना दिया जाता है या फिर बच्चे के टाइम पर होने टाइम पर उनको ज्यादा सही प्रकार की पोस्ट खाना दिया जाता है इसीलिए क्योंकि उनका मानसिक विकास रहते हो पाए इसलिए हम बोल सकते हैं कि कुछ लोगों का दिमाग का भार सही ज्यादा होता है कौन किस लोगों का कम होता है और चिकन जितने भी बोलना कि कुछ कुछ लोग ज्यादा मेडिटेशन करते हैं माइंड को बहुत टेबल करते हैं बैलेंस करते तो कहीं ना कि उनका माइंड अच्छे से चलता है ठीक है तो इसीलिए मोहब्बत नाटक राज कर सकते हैं कि लोगों के दिमाग कैसे तेज अलग होता है लेकिन मैं पूरी तरह से ये बात मैं सहमत नहीं हूं कि आपकी माइंड का सार अपने साहब की बचपन पर है यह से मैं नहीं बोल सकता हूं तो आप चाहो तो अपने माइंड का साथ में स्पीड बढ़ा सकते हैं धन्यवाद
करियर का सवाल है क्या मर जाना है सभी समस्याओं का समाधान लिखो एक चीज तो है मर जाना आपने कहा मर जाना तो अपनी इच्छा से मरना बहुत गलत होता है जब ऊपरवाला कहते हैं कि जब पूरी जिंदगी हकीकत एक सुख-दुख इंसान ठोक के जब मरता है वह चीज होती है और उसमें समस्याओं से माना तो यह बता कि आदमी जो चलते फिरते मर गया उसकी उम्र पूरी हो गई वह मर गया तो उसका समाधान होगा जो चला गया ना कि समाज का समाधान हुआ ना उसके बेटे समाधान हुआ उसके बेटी समाधान वह सब का समाधान जब होता है जब जो घर में परेशानियां होती उनका निवारण हो जाता है जब ही उनकी समस्याओं का समाधान होता है समाधान वह नहीं कि आप सोचें कि आखिरी स्टेट है आज मर जाए उसके बाद हम से कोई तगादा करेगा नमाज समस्या रहेंगे उस सब कुछ सब जानते हैं मेरे पीछे कौन देखता कौन नहीं देता है और समस्या कुछ नहीं दिया तूने समस्याएं आपके लिए तो नहीं रहेगी आप चले गए आप मर गए चले आप समस्या का समाधान हो गया जो आप नहीं हो लेकिन जो आपके पीछे खड़े हैं जो आपके बच्चे हैं या फिर पति या पत्नी है आपकी और मां है पिता है भाई है उनके उपर समस्याएं आती हैं तो बस समस्या उनकी हो जाती है अगर उसकी समस्या समाधान एक अच्छे तरीके से करके जाए और जो है मर जाना ना सोच कर एक अच्छी समस्या समाधान करके जाए तो अच्छा है मर जाना एक से सभी समस्या समाधान नहीं है फिर जो इंसान खुद मर कर चला गया उसकी समस्याएं भी चली गई समस्या मेरी समस्या नहीं होती इंसानों पर नहीं समझते हैं तो बहुत कम होती हैं समस्याएं भी उत्पन्न होती है वह समाज से उत्पन्न होती हैं घर से उत्पन्न होती हैं और अपने कुटुम समाय मेरा कहना है मर जाना ही समस्याओं का समाधान नहीं है
छोटी-छोटी बातों को और हमको चिढ़ हो रहा है तो इसके लिए मैं आपको एक सलाह दूंगा कि ट्राई करिए ठीक है कोशिश करेगी ज्यादा शांत रहने के लिए ज्यादा शांत रहने के लिए ज्यादा था आप एक अपने आप में एक के टारगेट सेट करें कि मैं इन चीजों को ना ज्यादा नहीं बोलूंगा या फिर आज के दिन में में टोटल में एक व्हाट्सएप पर एक सौ सेंटेंस बोलूंगा एक सौ बार क्यों बोलूंगा जिससे ज्यादा नहीं बोलूंगा तो इतने क्या होगा ना कि हमारी माहित को माइंड का हमारे मुंह साइलेंट रहेगा तो मेरे माइंड भी उसके बाद में थोड़ी शांति बन जाएगा और जब मन शांत बन जाएगा तो बन जाएगा तो हम हर एक बातों को ना अच्छी तरह से हम सोचेंगे समझेंगे कि हां यह बात तो क्या है क्यों है कैसा है उसको जब आप अच्छे से समझेंगे तो हमको चैट नहीं आएगा और हम उसे सलाह निकालने क्यों मत दिमाग में कोशिश लेट होगा ठीक है हम खुद चाय कोशिश करने लगेंगे कि इस जो प्रॉब्लम सिस्को समाधान कैसे करेंगे ऐसा नहीं कि आप चैटिंग नहीं रे हम दे देंगे ठीक है तभी होता है जब हमको समझता नहीं है प्रकाश से जब प्रॉब्लम पाया जब कोई चीज हम सुनील समझे तो फटाक चमन सरधना स्टार्ट कर दिए थे टिकट कब का मतलब ही बोलते हैं इंग्लिश में कि कुछ ना सोचे समझे उसको एक संदेश देते हैं तो इसी तरह में बोलना चाहूंगा कि हम अपने आप को रखना सिखाइए टिकट लेने कि आप चैट करो नहीं होगी लेकिन दूसरे जिलों में भी बेकार की बातें करते हैं जब आप फालतू की बकवास वगैरा करते हैं ठीक है हमें तो अपने को कंट्रोल करेगी थोड़ा शांत रहिए जब आप शांत करें ना पेक्टिस करोगे उसके बाद आपको ज्यादा चैट नहीं रहोगे और यह मेरा पर्सनल मैं यह प्रश्न टेक्स्प्रिंट्स चली तो इस हिसाब से मैं आपको सलाह दे रहा हूं
के समाज में जब आज कल की है जो झूठ फैलाया जा रहा है काफी इसका लिए बस के लिए बड़ी आगे की भूमिका निभा रहे हैं हमारे जो मीडिया हाउसेस यूटीवी है इसमें कहीं ना कहीं बहुत प्रकार की छूट छूट को फैलाया जा रहा है तो इसलिए मेरा हमेशा आपको राय है कि आप जब टीवी वगैरह को देख रहे हैं तो आपके अंदर में कंटेंस को दिखाइए जो धर्म के ऊपर हो जो जाति के ऊपर की हो जो देश के ऊपर क्यों जो आपको गुस्सा आंगन इससे देने वाली काम होते उनसे अपने आपको पहले दूर रखा है और दूसरी बात क्या है क्या आपके पास गूगल है आपके पास एक फोन है क्या ऑफ इंफॉर्मेशन से तो आप जो भी आपको जानना है ना आप उसको गूगल में रिचार्ज करिए उसको पढ़ उसको इंफॉर्मेशन स्कूल लीजिए और उसके पीछे थोड़ी रिचार्ज करें एक छोर से कभी भी मत देखना 500 उसको मिलाकर हमेशा इंफॉर्मेशन को लेना ठीक है सूचना को लेना तभी आप एक के झूठ तो झूठ फैलाया जा रहे साइड में उससे आप बच पाओगे नहीं बच पाओगे
रात को खाना खाने के बाद दोबारा हमें भूख क्यों नहीं लगती, हमें भूख क्यों नहीं लगती,