आई लव यू तो आज आप का सवाल है कि भारत की अर्थव्यवस्था क्यों खराब है जबकि यहां बहुत ही युवा है तूने अब बहुत हुआ है और पापुलेशन ज्यादा है सिर्फ आज ही हो जाने से सबसे ज्यादा नहीं पूरा हो जाता है सब लोगों को सांस लेने से मिलने चाहिए सब लोगों को स्कूल कॉलेज अच्छा मिलना चाहिए पढ़ाई अच्छी होनी चाहिए और बच्चों को हर युवा को भी अच्छे से पढ़ना चाहिए यह नहीं कि हां जॉब बहुत है या फिर जॉब नहीं मिलेगा तो जब ऐसे ही पड़े तो सोचकर नहीं पड़ना चाहिए लाइफ में बहुत बार ऐसे टर्निंग प्वाइंट आते हैं जब हम लोगों को बहुत शामिल करना होता है तब उस समय बहुत सारे लोग अलग ट्रैक्टर में मतलब चले जाते हैं ना साक्षी सब चीजों का सेवन करने लगते हैं और जानू वालों की करते क्योंकि उनके मन में चलता है यह सब नीचे जाने नहीं चीजों का एक्सपीरियंस का करना है और दूसरा देखिए जितनी बीमारी टेक्नोलॉजी है इतना एडवांस में लिखें युवा को वह अपॉर्चुनिटी नहीं मिल पाता वह प्लैटफॉर्म इतना नहीं मिल पाता जैसे कि 10 लोगों के पास अगर वह पर चुनौती है तो बिजली पॉइंट की वजह से दो चार लोगों को वह अपॉर्चुनिटी मिल पाता है पांच छह लोगों को नहीं मिल पाता है पर वह भी डिजर्विंग है तो अपॉर्चुनिटी होना चाहिए थोड़ा होना चाहिए मतलब ने प्लेटफार्म मिलना चाहिए जॉब ज्यादा से ज्यादा होना चाहिए ताकि वह लोग भी मतलब कुछ अच्छा कर पाएंगे प्लेटफार्म है
भारत की अर्थव्यवस्था क्यों खराब है जबकि यहां बहुत ही ओवर देखिए भाई इसको पटना की तरह से आप सोच रहे होंगे कि भारतीय अवस्था खराब है कहां पर खराब है आज हमारे कोविड-19 के प्रभाव से लेकिन विश्व के दूसरे देशों की तुलना में तो ठीक ही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है जब हमारा केंद्रीय नेतृत्व और राज्य सरकारों के अंदर इच्छाशक्ति व रोजगार के अवसर हों और नई-नई योजनाओं परियोजनाओं का शुरुआत की जाए तभी हो सकता हमारे पास युवा फर्म मैनपावर बहुत ज्यादा है लेकिन उस मैनपावर करोगी क्या भी उसका सही दिशा देने की जरूरत है जवाब सही दिशा नहीं दे पाएंगे तो उस मैन पावर को करेंगे क्या जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था की बात ही देखी रफ्तार पकड़ रही है 2021 के लास्ट तक आते आते ही अपनी बेहतरीन पकड़ने की आपने शायद पढ़ा नहीं लिस्ट के बहुत सारे पार्ट की और एजेंसियों की रेटिंग की 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था लगभग तीसरी दूसरे चौथे नंबर पर पहुंच जाएगी और 2028 से 30 तक तो विश्व की तीसरी या दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में पहुंच जाएगी तो निश्चित तौर पर युवा तो हैं आप लोग क्या भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए काम कर रहे हैं आप लोग क्या आप अपनी जिम्मेदारियों को समझ रहे हैं आप लोग इन नेताओं की भीड़ में इकट्ठा होकर के नारे लगा रहे हैं क्या आपकी जागृत नहीं बनती कि आप कुछ न कुछ करें चाहे मध्यम उद्योग में मछली उद्योग है छोटे स्वरोजगार योजनाएं हैं गवर्नमेंट के द्वारा शुरू कर दी लेकिन नहीं आप लोग तो बस बैठा दिए कि जातिवाद में हमारी जाति वाली है तुम्हारे धर्म वाले और उनके पीछे दंडागुंडा पिछले 42 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर यह हमारे सारे के सारे किसान जुड़े हुए उसमें आधे से ज्यादा पॉलिटिकल उस में आकर के जुड़े हुए हैं और क्या उसमें देश की अर्थव्यवस्था में हो रहा है लेकिन वहां पर आप लोग कोई बोलने वाला नहीं क्योंकि वह आपके हैं कि हमारा हक है हम लोकतंत्र में तो जो हमारे युवा हैं उनको समझना पड़ेगा और उनको जानना पड़ेगा कि भाई हम युवा है तो हम अपने देश की अर्थव्यवस्था के लिए कुछ बेहतर करें और जब तक वह बेहतर नहीं करेंगे निश्चित तौर पर कुछ नहीं होगा आप भी क्वेश्चन आते रहेंगे हम आपके जवाब देते रहेंगे और यह सोच लीजिए है कि सारी चीजें हैं जब तक क्लियर नहीं होगी तब तक कैसे हो सकता तो युवा वर्ग को समझना पड़ेगा और जब तक नहीं समझेंगे तब तक कुछ नहीं होगा
जी हां यहां युवा बहुत सारे लेकिन अब यह देखें कि यहां की युवा जो है वह सत्तर से अस्सी परसेंट गवर्नमेंट जॉब और आप चाइना और जापान देख लीजिए तो वहां गवर्नमेंट जॉब का नहीं है जो चाहे वहां लोगों को को अपना कुछ करना है जापान के लोग देख ली सब से अगर टेक्निकल होते हैं चाइना के लोग देख लीजिए टेक्निकल काम में लगे रहते हैं गवर्नमेंट सेक्टर से खूब पैसा थोड़े ही आता है पैसा तो इस चीज से आता है कि आप अपना क्या कर रहे हो जाए आपका छोटा सा ही उद्योगों प्राइवेट सेक्टर में काम ही क्यों नहीं कर रहे हो तू काम तो पैसे पैसा और अर्थव्यवस्था को मजबूत होता प्राइवेट सेक्टर से या घरेलू उद्योग से लघु उद्योग से जो आप कुछ कर रहे हो गवर्नमेंट सेक्टर से अर्थव्यवस्था थोड़े दिन मजबूत होता है इसलिए तो चाइना जापान करते हो इतना मजबूत हो इंडिया करनी है गवर्नमेंट सेक्टर अपना लाइफ को सिक्योर करना है लोग टेक्निकल नॉलेज करके अपना लाइफ को सेट करना नहीं चाहते टेक्निकल नॉलेज प्राप्त करके फिर वह गवर्नमेंट लोग के तरफ जाएंगे जॉब की तरफ जाएंगे खराब है बहुत ज्यादा
आरा का प्रश्न बात कर सकता क्यों खराब है जबकि यहां बहुत दिन हुआ है तो आपको बता दें कि देखिए युवा तो बहुत है लेकिन जैसे कि करो ना महामारी आई हो सारे उद्योग धंधे सब बंद कर दिए गए कितने ही लाखों युवाओं की नौकरी चली गई कितना भी दो के धंधे चौपट हो गए तो ऐसी स्थिति में जो अर्थ होता है उसको गति मिलने में समय लग जाता है पटरी पर आने में समय लगता है तो वह सारी चीजें जब सामने आती हैं हमें दिखाई देती है तो ऐसी स्थिति में हमें भिंगा सिटीजन भीगा रिस्पांसिबल सिटिजन अगर कहा जाए कि हमें देश की इकोनॉमी को सपोर्ट करना चाहिए और अपने कार्यों द्वारा जो भी हम अपने कार्य करते हैं तो छोटा सा कोई दुकान चलाते हैं या अपना कोई नौकरी करते हैं तो उसमें पूरे मन लगाकर काम करना चाहिए जिससे कि हम लोग एयरपोर्ट से 1 मिनट एक रूप लेकर के इस देश की कमी को और ज्यादा को संभालेंगे इस उसके साथ हमेशा आगे बढ़ना चाहिए निश्चित रूप से हमारा देश तरक्की करेगा आप ही कह रहा है इस बारे में कमेंट सेक्शन इजाजत करें मैं शुभकामनाएं आपके साथ है धन्यवाद
भारत की अर्थव्यवस्था क्यों खराब है जबकि यहां बहुत ज्यादा युवा है मैं बता दूं कि वह युवा को जाने से ही कुछ सब कुछ नहीं हो जाता हमारी योग्यता है वह गलत है इमानदारी यहां पर नहीं है भ्रष्टाचार फैला हुआ है बीमारी फैली हुई है तो कहां से अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा युवा वर्ग को ही रहने से ही अर्थव्यवस्था सुधर नहीं सकती जब तक हम लोग उसके पैर नहीं करेंगे लूट का सूट करने वाले नेताओं को दरकिनार नहीं करेंगे तब तक हमारी अर्थव्यवस्था नहीं सुधर सकती अमीवा होकर फिर भी इस बात को नहीं समझ पा रहा है लूटेरे नेताओं को हम कर देते देते हैं उनको जीता कर अपना ही देश में कब आ रहे हैं हम युवाओं को आगे आना होगा इस बात पर विचार करना होगा कि हम जब भी चुगने अच्छे लोगों को चुने पार्टियों से कोई लेना देना नहीं है मुर्गा दारु शराब से दूर रहे आप अपना वोट कीमती है क्योंकि उसको ऐसे हैं जो व्यक्ति कौन है जो कि आपके सुख दुख में साथ दें
देखिए ऐसा अक्सर काफी लोगों के साथ होता है कि वह तीन चार व्यक्तियों के सामने तो खुलकर अपनी बात रख सकते हैं लेकिन जैसे ही वह भीड़ के सामने कुछ बोलने की कोशिश करते हैं तो वह बिक जाते हैं और उनके हाथ पैर कांपने लग जाते हैं और मैं यह सोचते हैं कि सामने वाला क्या सोचेगा देखिए अगर वह यह समझे कि वह उन से अधिक बुद्धिमान है और उसका जवाब जो है वह दूसरों से अच्छा दे सकते हैं और लोगों को बेहतर समझा सकते हैं और इनसे लोग प्रेरित भी होंगे और खुद भी वह जो डर है वह काबू में ला सकते हैं अगर उनके अंदर यह बात यह भावना आ जाए तो वह अपनी जिंदगी में काफी आगे बढ़ सकते हैं देखें सबसे पहले जब भी कोई भी व्यक्ति स्टेज पर जाएं एक लंबी सांस लेकर यह सोचे कि मैं कर सकता हूं और यह मेरे लिए काफी मुश्किल बात नहीं है अगर वह यह दृढ़ निश्चय करके जाए कि वह किसी को कुछ समझाने की कोशिश कर रहा है या इससे लोगों का ही भला होगा लोग उससे प्रेरित होंगे अगर यह भावना अगर मैं मन में बैठा लेगा तो उसे थोड़ा समय लगेगा लेकिन वह हर व्यक्ति के सामने अपनी बात खुलकर कहेगा और सभा में चाहे स्टेज पर कहीं भी हो वह अपनी बात को आसानी से कह पाएगा धन्यवाद
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न है कीवी खाने के क्या फायदे होते हैं तो फ्रेंड्स की भी बहुत ही अच्छा फ्रूट होता है और यह सर्दियों में मिलने वाला फल होता है और इसमें बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं बहुत सारे विटामिन होते हैं और इसमें विटामिन सी भी होता है कि भी मैं और की भी हमारे शरीर में खून में जो प्लेटलेट होते हैं उसे बहुत तेजी से बढ़ आता है जब भी किसी को डेंगू मलेरिया कोई बुखार हो जाता है और उसके प्लेटेड स्कर्ट जाते हैं तो अगर व्यक्ति भी खाए तो उसकी प्लेटलेट्स बहुत तेजी से बढ़ते हैं तो कीवी बहुत ही अच्छा फ्रूट होता है और भी बहुत की भरपूर गुणों का खजाना होता है उसमें तो आपकी भी खा सकते हैं आराम से दिन में एक या दो कि भी खाइए आपके फोन में जो प्लेटलेट्स तरह बढ़ेगा और आपकी ब्लड में बहुत ताकत आएगी तो फ्रेंड सब को जवाब अच्छे लगे तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद
कुछ लोग जैसे वैसे लोगों को दिखाने में सकुचाती क्यों है कि दूसरों के नजरों में अच्छा बनने की कोशिश करते हैं आप सुंदर देखना चाहते हैं आप अपने आप को स्वस्थ और हेल्दी और ब्यूटीफुल दिखाने की कोशिश करते हैं अपनी जो है याद करके अपने कपड़े पहने हुए करने के इच्छुक नहीं होंगे पर क्या चीज टाइप बगैरा सूट I3 पहन रखा तो लोग आपसे मिलने की और बात करने की इच्छा जाहिर करेंगे क्योंकि वह सोचेंगे कि आप कोई ना कोई बड़े आदमी दिखाना जो है आजकल के दौर के अंदर हर किसी का और यही कारण है कि जो दिखावटी जो दुनिया है इसके अंदर हम लोग फंसे हुए हैं तो आज आप हो या कोई और वह हर कोई व्यक्ति स्मार्ट बनना चाहेगा अपने आपको अच्छी तरीके से कपड़े इत्यादि सब जैसा है वैसा ही दिखाएंगे
प्रिया सम्मोहन विद्या द्वारा किस तरह से किसी के मन को वश में कर लिया जाता है दोस्तों सब बिल्कुल भी नहीं है सम्मोहन विद्या वगैरह कुछ नहीं है परंतु आपको कुछ जरिया केमिकल जो इत्यादि होते हैं उन के माध्यम से आप किसी को भी अपने वश में तो कर सकते हैं परंतु उसकी जो मानसिकता जो है उसकी रियल लाइफ में उसको बस में नहीं कर सकते हैं आप किसी व्यक्ति को कोई शहर या कुछ केमिकल 41 लूंगा करके या किसी और तरीके से अपने वश में कर सकते हैं परंतु जो सम्मोहन विद्या ए ऑफिस से दूर रहिए क्योंकि यह जो ऐसी कोई विद्या नहीं है यह सिर्फ आपको किताब के अंदर भी देखने को नहीं मिलेगी परंतु धार्मिक किताबें उनके अंदर आपको देखने को मिल जाएगी कोई जादू टोने की जो चीजों की उम्र में देखने को मिल जाएगी परंतु कुछ भी चीज नहीं है आप किसी को केमिकल के माध्यम से लोगों का ब्रेनवाश करके आप जरूर किसी को वश में कर सकते हैं परंतु
देखे किसी में दिमाग कम है या फिर किसी में ज्यादा होता है इसका कोई ऐसे मजा नहीं है हरेक लोगों का मतलब निरंतर हर एक कर लो काम माइंड पावर डिफरेंट होता है और और और और चिकन चीज है कि कुछ लोगों का न्यूट्रिशन के चमक को बचपन से मिलता है उसी के ऊपर भी उनका दिमाग के पावर को उत्पन्न करता है जैसे कि बहुत टाइम हम देखते हैं कि बच्चों को हमेशा मां के पेट में जब रहता है तो उस माता को ज्यादा खाना दिया जाता है ज्यादा एल्बम्स वगैरा और अच्छा से खाना दिया जाता है या फिर बच्चे के टाइम पर होने टाइम पर उनको ज्यादा सही प्रकार की पोस्ट खाना दिया जाता है इसीलिए क्योंकि उनका मानसिक विकास रहते हो पाए इसलिए हम बोल सकते हैं कि कुछ लोगों का दिमाग का भार सही ज्यादा होता है कौन किस लोगों का कम होता है और चिकन जितने भी बोलना कि कुछ कुछ लोग ज्यादा मेडिटेशन करते हैं माइंड को बहुत टेबल करते हैं बैलेंस करते तो कहीं ना कि उनका माइंड अच्छे से चलता है ठीक है तो इसीलिए मोहब्बत नाटक राज कर सकते हैं कि लोगों के दिमाग कैसे तेज अलग होता है लेकिन मैं पूरी तरह से ये बात मैं सहमत नहीं हूं कि आपकी माइंड का सार अपने साहब की बचपन पर है यह से मैं नहीं बोल सकता हूं तो आप चाहो तो अपने माइंड का साथ में स्पीड बढ़ा सकते हैं धन्यवाद
करियर का सवाल है क्या मर जाना है सभी समस्याओं का समाधान लिखो एक चीज तो है मर जाना आपने कहा मर जाना तो अपनी इच्छा से मरना बहुत गलत होता है जब ऊपरवाला कहते हैं कि जब पूरी जिंदगी हकीकत एक सुख-दुख इंसान ठोक के जब मरता है वह चीज होती है और उसमें समस्याओं से माना तो यह बता कि आदमी जो चलते फिरते मर गया उसकी उम्र पूरी हो गई वह मर गया तो उसका समाधान होगा जो चला गया ना कि समाज का समाधान हुआ ना उसके बेटे समाधान हुआ उसके बेटी समाधान वह सब का समाधान जब होता है जब जो घर में परेशानियां होती उनका निवारण हो जाता है जब ही उनकी समस्याओं का समाधान होता है समाधान वह नहीं कि आप सोचें कि आखिरी स्टेट है आज मर जाए उसके बाद हम से कोई तगादा करेगा नमाज समस्या रहेंगे उस सब कुछ सब जानते हैं मेरे पीछे कौन देखता कौन नहीं देता है और समस्या कुछ नहीं दिया तूने समस्याएं आपके लिए तो नहीं रहेगी आप चले गए आप मर गए चले आप समस्या का समाधान हो गया जो आप नहीं हो लेकिन जो आपके पीछे खड़े हैं जो आपके बच्चे हैं या फिर पति या पत्नी है आपकी और मां है पिता है भाई है उनके उपर समस्याएं आती हैं तो बस समस्या उनकी हो जाती है अगर उसकी समस्या समाधान एक अच्छे तरीके से करके जाए और जो है मर जाना ना सोच कर एक अच्छी समस्या समाधान करके जाए तो अच्छा है मर जाना एक से सभी समस्या समाधान नहीं है फिर जो इंसान खुद मर कर चला गया उसकी समस्याएं भी चली गई समस्या मेरी समस्या नहीं होती इंसानों पर नहीं समझते हैं तो बहुत कम होती हैं समस्याएं भी उत्पन्न होती है वह समाज से उत्पन्न होती हैं घर से उत्पन्न होती हैं और अपने कुटुम समाय मेरा कहना है मर जाना ही समस्याओं का समाधान नहीं है
छोटी-छोटी बातों को और हमको चिढ़ हो रहा है तो इसके लिए मैं आपको एक सलाह दूंगा कि ट्राई करिए ठीक है कोशिश करेगी ज्यादा शांत रहने के लिए ज्यादा शांत रहने के लिए ज्यादा था आप एक अपने आप में एक के टारगेट सेट करें कि मैं इन चीजों को ना ज्यादा नहीं बोलूंगा या फिर आज के दिन में में टोटल में एक व्हाट्सएप पर एक सौ सेंटेंस बोलूंगा एक सौ बार क्यों बोलूंगा जिससे ज्यादा नहीं बोलूंगा तो इतने क्या होगा ना कि हमारी माहित को माइंड का हमारे मुंह साइलेंट रहेगा तो मेरे माइंड भी उसके बाद में थोड़ी शांति बन जाएगा और जब मन शांत बन जाएगा तो बन जाएगा तो हम हर एक बातों को ना अच्छी तरह से हम सोचेंगे समझेंगे कि हां यह बात तो क्या है क्यों है कैसा है उसको जब आप अच्छे से समझेंगे तो हमको चैट नहीं आएगा और हम उसे सलाह निकालने क्यों मत दिमाग में कोशिश लेट होगा ठीक है हम खुद चाय कोशिश करने लगेंगे कि इस जो प्रॉब्लम सिस्को समाधान कैसे करेंगे ऐसा नहीं कि आप चैटिंग नहीं रे हम दे देंगे ठीक है तभी होता है जब हमको समझता नहीं है प्रकाश से जब प्रॉब्लम पाया जब कोई चीज हम सुनील समझे तो फटाक चमन सरधना स्टार्ट कर दिए थे टिकट कब का मतलब ही बोलते हैं इंग्लिश में कि कुछ ना सोचे समझे उसको एक संदेश देते हैं तो इसी तरह में बोलना चाहूंगा कि हम अपने आप को रखना सिखाइए टिकट लेने कि आप चैट करो नहीं होगी लेकिन दूसरे जिलों में भी बेकार की बातें करते हैं जब आप फालतू की बकवास वगैरा करते हैं ठीक है हमें तो अपने को कंट्रोल करेगी थोड़ा शांत रहिए जब आप शांत करें ना पेक्टिस करोगे उसके बाद आपको ज्यादा चैट नहीं रहोगे और यह मेरा पर्सनल मैं यह प्रश्न टेक्स्प्रिंट्स चली तो इस हिसाब से मैं आपको सलाह दे रहा हूं
के समाज में जब आज कल की है जो झूठ फैलाया जा रहा है काफी इसका लिए बस के लिए बड़ी आगे की भूमिका निभा रहे हैं हमारे जो मीडिया हाउसेस यूटीवी है इसमें कहीं ना कहीं बहुत प्रकार की छूट छूट को फैलाया जा रहा है तो इसलिए मेरा हमेशा आपको राय है कि आप जब टीवी वगैरह को देख रहे हैं तो आपके अंदर में कंटेंस को दिखाइए जो धर्म के ऊपर हो जो जाति के ऊपर की हो जो देश के ऊपर क्यों जो आपको गुस्सा आंगन इससे देने वाली काम होते उनसे अपने आपको पहले दूर रखा है और दूसरी बात क्या है क्या आपके पास गूगल है आपके पास एक फोन है क्या ऑफ इंफॉर्मेशन से तो आप जो भी आपको जानना है ना आप उसको गूगल में रिचार्ज करिए उसको पढ़ उसको इंफॉर्मेशन स्कूल लीजिए और उसके पीछे थोड़ी रिचार्ज करें एक छोर से कभी भी मत देखना 500 उसको मिलाकर हमेशा इंफॉर्मेशन को लेना ठीक है सूचना को लेना तभी आप एक के झूठ तो झूठ फैलाया जा रहे साइड में उससे आप बच पाओगे नहीं बच पाओगे