हेलो फ्रेंड नमस्कार जैसा कि आपका प्रश्न है श्रीलाल शुक्ल का जीवन परिचय एवं उनकी प्रमुख रचनाएं क्या है श्रीलाल शुक्ल जो थे वह एक बहुत ही है बड़े जो है लेखक से बहुत ही बढ़िया साहित्यकार थे श्रीलाल शुक्ल का जन्म हुआ वह 31 दिसंबर 1925 को हुआ तथा इनका निधन हुआ है वह 28 दिसंबर 2011 को लखनऊ जनपद के समकालीन कथा साहित्य में 29 पर व्यंग्य लेखन के लिए विख्यात साहित्यकार माने जाते थे फिर उन्होंने 1947 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा पास की 1949 में राज्य सिविल सेवा में उन्होंने नौकरी भी की 1883 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से यह इनकी हो गई और उनका विधिवत लेखन जो है 19 चमन से शुरू हुआ इसी के साथ जो है हिंदी गद्य का एक गौरवशाली अध्याय भी यह लिख रहा है उनका पहला जो है प्रकाशित जहां था जो उपन्यास उनका नाम था सोनी घाटी का सूरज योगी 1957 में प्रकाशित हुआ और दूसरा इनका जो उपन्यास था वह है अंगद का पांव जो कि 1958 में प्रकाशित हुआ फ्रेंड स्वतंत्रता के बाद फ्रेंड भारत के ग्रामीण जीवन की मौलिकता को परंतु परंतु यह उखाड़ने वाले उपन्यास जो थे वह राग दरबारी 1968 के लिए उन्होंने साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था उनके इस उपन्यास पर एक दूरदर्शन धारावाहिक का भी निर्माण हुआ श्री शुक्ल को भारत सरकार ने 2008 में पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया था फ्रेंड और इनकी जो रचनाएं हैं वह बहुत ही यह जो है उसमें जान भर देने वाली हिना की प्रमुख रचनाएं जैसे कि सूनी घाटी का सूरज जो कि 1957 में प्रकाशित हुआ अज्ञातवास जो कि 1962 में जो है प्रकाशित हुआ राजदरबारी चुकी 1968 में उपन्यास हुआ आदमी का जहर 1972 में हुआ सीमाएं टूटती है 1973 में इसका न्यास का प्रकाशन हुआ मकान 1976 पहला पड़ाव विश्व विश्रामपुर का संत गब्बर सिंह और उनके साथी राग बैरागी सब उनकी प्रमुख रचनाएं थी आशा है कि आप सभी को या जवाब पसंद होगा शुक्रिया
हरे कृष्ण कृष्ण से युधिष्ठिर ने पूछा प्रभु उत्पत्ति एकादशी कैसे हुई तो भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को कहा कि सतयुग में मोड़ नामक एक दानव था जिसने पूरे संसार को जीत लिया था तीनों लोग को और देवताओं को विवश कर दिया था पृथ्वी पर विचरण करने के लिए देवता अपनी समस्या को लेकर भगवान शिव के पास पहुंचे भगवान शिव ने कहा आपकी समस्या का समाधान गरुड़ध्वज भगवान हरि विष्णु करेंगे आप उनके पास जाएं सारे देवता पताल में सागर के बीचो बीच पहुंचे वहां उन्होंने विनती की भगवान श्री श्री विष्णु जी से कि प्रभु हमें इस दैत्य से मुर नामक देते थे हमें आजादी पिलाएं याद दिला दो भगवान श्री हरि विष्णु जी ने असत्य के बारे में पूछा कौन है वह दोनों ने बताया देवराज इंद्र ने की ब्रह्मा के वंश से हुए दाल नामक एक असूल के पुत्र है मुर्दा ना जो कि चंद्रावती नाम की नगरी में रहते हैं अब उन्होंने उसका वध करने के लिए भगवान श्री हरि ने उसके पास गए हैं तो बहुत तो युद्ध काफी समय चला उसके पश्चात भगवान हरि विष्णु सिंगर वती गुफा में जाकर विश्राम करने लगे हैं योग्य उतरा में उनके पीछे पीछे मुड़ नामक दैत्य भी वहां पहुंचा तो उन्होंने मारने के लिए प्रयास किया जैसे उन्होंने आज तो उठाया तो भगवान श्री हरि के देर से एक दिव्य ज्योति प्रकट हुई जिसके हुंकार मात्र से ही मोड़ नामक दैत्य का संहार हो गया और उस कन्या को ही उत्पत्ति एकादशी कहा जाता है उसे भगवान ने वरदान दिया कि जो कोई भी तुम्हारा व्रत करेगा उसे संसार की हर एक सिद्धियां हर एक व्यक्ति सॉरी वैभव प्राप्त होगा मुझे यह कथा सुनने का उसका भी उद्धार होगा आशा करता हूं यह कथा आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए
नहीं क्या हमें अपने दिन की शुरुआत योगा और मेडिटेशन द्वारा करनी शुरू करनी चाहिए तो जी हां बिल्कुल अगर आप इसके साथ करते हैं तो कहीं ना कहीं यह कहा जाता है कि हम योगा योगा से अपने दिन की शुरुआत करते हैं तो क्या होगी हमारी जो भी बेकार होते हैं वह दूर होंगे हमें क्या होगा हमारे शरीर को स्वस्थ स्वच्छता मिलेगी हम स्वस्थ रहेंगे और उसके साथ-साथ अगर मेडिटेशन का यूज कर रहे हैं तब ध्यान लगाने का यूज कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं हमें शांति प्रदान होगी हमें सुख समृद्धि प्राप्त होगी और हमारी मन की इच्छा होगी वह पूरी तरह से संतुष्ट होगी और हम पूरी तरह से स्वस्थ रहेंगे इन दोनों के साथ अगर हम अपनी युवा की शुरुआत कर रहे हैं और मेडिटेशन से भी अपनी दिन की शुरुआत कर रहे हैं तो दोनों में हमारे शरीर स्वस्थ रहेंगे हमारे शरीर में जो भी बिहार होंगे दूर होंगे मेडिटेशन से हमारे क्या होगी कि जो भी हमारे मन मन एकत्र होंगे हमारी जो शांति मिलेगी जिससे कि बहुत ज्यादा हमारे शरीर को सुख मिलेगा यही कारण है कि दोनों की साथ अगर हम अपनी दिन की शुरुआत आते हैं तो कहीं न कहीं हमारे लिए बहुत ही एक सुखदायक परिणाम दायक होगा जो हम जो चाहेंगे उसे करने में हमारी एबिलिटी रहेगी क्या बिल्टी रहेगी हम अपनी गोल कोई अचीव अचीव करने में बहुत कम समय का उपयोग करेंगे और हम जो भी लक्ष्य हासिल करना चाहेंगे बहुत आसानी से इन दोनों के द्वारा हासिल कर सकते हैं क्योंकि जब हम शरीर से स्वस्थ रहेंगे तो मैं किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होगी जब हमारा ध्यान एक जगह लगा रहेगा हमारा मन एक जगह स्थिर रहेगा तो हम किसी चीज को एक ही बहुत आसानी से उस सरलता से कर लेंगे धन्य
एक बार एक व्यक्ति ने पूछा कि अगर सभी ज्ञानी बन गए सभी धनी बन गए सभी के पास ऐश्वर्या जाता है तो जो छोटे-मोटे कार्य हैं उन्हें कौन करेगा और इसमें जवाब दिया कि जब अज्ञानता होती है तो हिंसा अपराध होता है लेकिन अगर जॉब तो ज्ञानी मिलते हैं तो हमेशा ही सकारात्मक परिणाम आते हैं और देखा जाए अगर सभी संपन्न हो जाते हैं तो कहीं ना कहीं वह अपनी नई सुविधाओं के अनुसार अपने लिए स्थिति का निर्माण कर सकते हैं जो ज्ञानी बस अज्ञानता बस इस तरह के भय में जीते हैं कि अगर सभी के सभी के पास सारी संपन्न हो जाए सभी संपन्न हो जाए सारी संप्रदा आ जाए तो क्या होगा विनाश तो नहीं होता एक दूसरे से लगने तो नहीं लगेंगे तो ऐसा बिल्कुल नहीं है जब दो अज्ञानी लोग मिलते हैं तो बहस बाजी होती है हिंसा होता है लेकिन जब ज्ञानी को ज्ञानी व्यक्ति मिलते हैं तो शांति प्रेम और ऐश्वर्या की उत्पत्ति होती है मान लीजिए अगर सभी के सभी अमीर हो जाते हैं सभी के सभी ज्ञानी हो जाते हैं तो अपने लिए कुछ ना कुछ नया डिवेलप करेंगे टेक्नोलॉजी है और भी बहुत सारे सोर्स और बन जाते हैं बनते चले जाते आज देखने जिस तरह से हमारा समय इतना विकसित हो गया इस समय हमें हर चीज उपलब्ध है शायद नॉलेज हो जाए पैसा कमाना चाहते हो कुछ भी चीज है तो इससे भी चीज खत्म नहीं होती अच्छाई से हमेशा अच्छा ही बनती है बुरा ही नहीं होती यह डर लगा रहता है सबके मन में कैसा है वैसा है तो भी श्री राम का जो नाम है बहुत बहुत पवित्र है निर्मल उनका अर्थ यही है धर्म इतना श्री रघुकुल रीति सदा चली आई प्राण जाए पर वचन ना जाए और श्री राम जी तो पुरुषों में उत्तम मर्यादा पुरुषोत्तम है मर्यादा में हर काम करते हैं कभी भी उन्होंने अपनी मर्यादा लंगी नहीं चाहे उन्हें 1 मार्च जाना पड़ा 14 वर्ष के लिए उन्होंने कभी भी आपत्ति नहीं जाता है और चाय उनके राज्य के जो प्रजा है जो उनके पुत्र के समान थे उनके लिए भी उन्होंने जितना हो सका त्याग किया
प्रश्न है कि शादी में पार्टी में जाने से पहले चेहरे पर ऐसी कौन सी क्रीम लगाएं कि चेहरा चमकेगा देखिए ग्रोइंग त्वचा तो हर कोई चाहता है लेकिन सारा तामझाम कोई नहीं चाहता कि सबसे पहले यह लगाए हैं वह लगाएं तो कुछ लोग जो सीधे साधे सिंपल तरीके से भी चमकदार बन सकते हैं और अपने चेहरे पर एक अच्छा सा ग्लो ला सकते हैं अगर आपके मन में यह सवाल आता है कि चेहरे के लिए सबसे अच्छी क्रीम कौन सी है जो चेहरे को चमका सकती है तू मेरा जवाब होगा ओलय व्हाइट रेडियंस एडवांस क्रीम ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रांड के ब्यूटी प्रोडक्ट पर आज लोगों को काफी विश्वास होता जा रहा है और यही वजह है कि इसके प्रोडक्ट आज तेजी से लोकप्रिय भी हो रहे हैं सुंदरता में निखार लाने के हिसाब से क्रीम अच्छी और असरदार मानी जाती है हम आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों यानी अल्ट्रावायलेट रेस से बचाने के लिए क्रीम बहुत अच्छी होती है और आपके चेहरे अगर कोई कील मुंहासे है दाग धब्बे हैं तो उनको भी कवर करने में और आपके चेहरे को चमकदार बनाने में अगर आप किसी शादी में जा रहे हैं पार्टी में जा रहे हैं उससे पहले अगर आप यह ओले व्हाइट रेडियंस की क्रीम लगाते हैं तो आपके चेहरे पर अच्छा असर होगा और आपका चेहरा चमकदार होगा धन्यवाद
मकर संक्रांति का त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में निम्न प्रकार से जाना जाता जैसे असम में होगा दीपू करते हैं और पंजाब हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में लोड करते हैं तथा मध्य भारत में सुकरात कहते हैं और तमिलनाडु में थाई पोंगल कहते हैं और उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में उत्तरायण के आते हैं और उत्तराखंड में घुघूती कहते हैं उड़ीसा कर्नाटक महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में पोस्ट संक्रांति कहते हैं अर्थात मकर संक्रांति में कहते हैं तथा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में खिचड़ी संक्राति भी कहते हैं तेलगाना और आंध्र प्रदेश में संक्रांति कहते हैं त्रिपुरा में है अंग्रेजों से लड़ाई करते हैं तथा पड़ोसी देश नेपाल में इस पर्व को मार्ग संकरा कहा जाता है
यदि किसी कंपनी का मालिक अगर आपको कर्मचारी यानी कर्मचारी को निकाल दे तो एक उपाय करना चाहिए इसके लिए जब भी आपको नौकरी से निकाल दिया जाता है तो टर्मिनेशन कि लेटर की मांग अवश्य करें जिससे कि आप कोर्ट में प्रूफ कर सके कि आपको कंपनी ने जॉब से टर्मिनेट किया है नहीं तो कंपनी वाले ज्यादातर मामले में कोर्ट में झूठ बोल देते हैं हमने तो उनकी नौकरी से निकाला है नहीं है ऐसे कह देते हैं
प्रश्न है आसान तरीके से लौकी का स्वादिष्ट हलवा कैसे बनाएं दी कि उसके लिए सबसे पहले आपको लो कि चीनी मावा फुल क्रीम दूध की काजू बादाम इलायची अगर आप उसको थोड़ा सा ही बनाना चाहते हैं तो आप काजू बदाम इलायची का प्रयोग कर सकते हैं अन्यथा आप इसे अब रहने भी दे सकते हैं लेकिन जो अनिवार्य चीज है अलौकिक चीनी मावा और फुल क्रीम दूध और घी यह तो होना ही चाहिए हलवा बनाने के लिए लौकी को धो कर ले लीजिए और ठंडल को काटकर हटा दीजिए लौकी को 3 या 4 इंच के बड़े टुकड़े में काट कर चारों तरफ से कद्दूकस कर लीजिए इसके बाद नर्म भाग और बीच को हटा दीजिए काजू और बादाम को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर तैयार कर लीजिए और इलाइची को छील कर इसके बीजों का पाउडर बना लें 10 को गैस पर गरम करती थी और लौकी को पैन में पकने के लिए डाल दीजिए और दूध को डाल कर अच्छे से मिला दीजिए 10 को ढक कर लो कि को तीन से 4 मिनट तक धीमी आंच शराब पकने दीजिये लौकी को चेक कीजिए लौकी हल्की सी नरम हो जाए अगर लौकी में दूध दिख रहा है तो गैस की आज को तेज कर के दूध के खत्म होने पर लौकी को एक से 2 मिनट चलाते हुए पकाएं लौकी में दूध जब खत्म हो जाए तो लौकी में चीनी डालकर मिला लीजिए हलवे में चीनी के पूरी तरह गुल्ले तक और उसका दूध खत्म होने तक इसे पका लीजिए हलवे को हर 1 मिनट में चलाते हुए पकाएं जिससे कि यह पैन के तले पर ना लगे अब एक दूसरे पैर में मामा को भूनकर तैयार कर ली थी इसके लिए पैन में क्रम्बल किया हुआ मावा डाल दीजिए जय भीम यो मीडियम रखे और मामा को लगातार चलाते हो हल्का सा कलर बदलने में तक उसे पकाएं मावा के कलर बदलने और उसमें घी निकालने पर मामा बनकर तैयार है इसे प्याले में निकाल दीजिए लौकी में बहुत कंजूस बस जाने पर इसमें की डाल दी जो लगातार चलाते हुए दो-तीन मिनट तक अच्छे से भून लीजिए लौकी के भूल जाने पर इतने भुना हुआ मावा काट कर रखे हुए काजू बदाम अगर आपने इस्तेमाल में ला सकते हैं तू और उसे भी एक-दो मिनट तक अच्छे से बकाया हलवे को लगातार चलाते हुए धीमी आंच पर 3 से 4 मिनट के लिए पकने दीजिये और फिर आपका जो हलवा है वह खाने लायक बन जाएगा ऐसी आप 2 मिनट में बहुत आसानी से यह बात सुनकर अपने लोगों को और अधिक स्वादिष्ट बना सकते हैं मेरे कुछ सुझाव है अगर आप उनको सुनेंगे तो आप का हलवा जो है और भी स्वादिष्ट बन सकता है हलवा बनाते समय से लगातार चलाते रहे जिससे आप का हलवा चले से चिपक कर चले नहीं हलवे को पूरी तरह से ठंडा होने पर फ्रिज में रख दीजिए और 1 हफ्ते तक आपका जब मन हो तो फिर से निकाल कर खा सकते हैं लौकी का हलवा बनाने से पहले एक बार लोगी को टेस्ट जरूर कर लीजिए क्योंकि कभी-कभी लौकी कड़वी निकल जाती है जिससे आप का हलवा जो है कड़वा हो जाता है धन्यवाद
भगवान कण-कण में विराजमान है यह बात वह दिखता है किंतु परमात्मा को पर प्रगट करना हार्दिक ता है रतन के लिए जीतना भोजन आवश्यक है ठीक उसी प्रकार मन के लिए भजन भी उतर आया उसी का जैसा बिना भूख के समय होने पर भोजन कर लेते हैं वैसे ही मन पर ना लगने पर समय से भजन करना चाहिए अर्थात जसूद हो या कोई भी चीज में सुख शांति नहीं मिली है ना कहीं घूमने का मन नहीं करा तो एक बार मंदिर जब जाते हैं तो मंदिर में प्रवेश करते हैं तो हमें संतुष्ट नहीं आनंद प्राप्त होता है इसलिए हम मंदिर में जाते हैं और भगवान को प्रसाद चढ़ाते हैं
सवाल छुपे हुए कैमरे का पता कैसे लगाएं दोस्तों एक ही आपको ट्रिक बताऊंगा बहुत ही कारगर साबित होगी यदि आपको कहीं पर भी ऐसा शक होता है वैसे ऐसी जगह पर जाते हैं वहां पर रूम लेते हैं वहां पर विशेष तौर पर कॉल कीजिए जब आप कॉल करोगे तो आपके मोबाइल के अंदर से आपको पता चलेगा कि आप जहां पर कोई ना कोई कैमरा
गोरे रंग से लोग इतना प्यार क्यों करते हैं दोस्तों आजकल जो भी है गोरे रंग के ऊपर निर्भर करता है कोई भी लड़का हो या लड़की हो वह गोरे ही एक पार्टनर की तलाश करते हैं भाई गोरा रंग गोरा रंग और उसके बदले प्यार करते हैं
भगवत गीता पढ़ने से सच में मन और जिंदगी की उथल-पुथल स्थान सकती है तो हां दोस्तों काम क्रोध मोह लोभ इन सभी बातों का आपको पूर्ण रूप से ज्ञान होगा और आप अपने जीवन की उथल-पुथल को कम कर सकते हैं ऐसी जानकारियां प्राप्त होंगी जिसके बारे में आपने सोचा नहीं होगा किस प्रकार से अपने दुश्मन से लड़ना है किस प्रकार से उस को हराना है यानी पराजित करना है किस प्रकार से व्यक्ति चला जाता है हल्की माया क्या होती है इन सब बातों का गूढ़ ज्ञान आपको प्राप्त होगा साथ ही जीवन क्या है आत्मा क्या है इसका बोध होगा धन्यवाद
इस नदी में जल के स्थान पर रक्त और मवाद जाता है और इसके तट पर हड्डियों से भरे रहते हैं तथा मगरमच्छ सुई के समान मुख वाले प्यार ना कर मी कदम मछली और वजह जैसी सोच वाले गीतों का या निवास स्थल था तथा गरुड़ पुराण में यह बताया गया कि यमलोक का रास्ता ध्यान रख और पीड़ा देने वाला है केवल एक नाव के राही ही इस नदी को पार किया जा सकता है