साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
0:58
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए हमें क्या करना चाहिए हम आत्मविश्वास से लोगों के घरों को आगे बढ़ाते दिखे आत्मविश्वास किसी चीज के विषय में जब जान लेंगे उसके नियमों को जान लेंगे उसको कुछ पहचान लेंगे और फिर उसको कार्य को करेंगे तो आपके अंदर मन में प्रसन्नता रहेगी और आपके अंदर भी भरोसा रहेगा कि उसको हम कर सकते हैं वहां पर आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा किसी विषय पर आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए दूरदर्शिता और उसके सतत अभ्यास की जरूरत होती है जब हम किसी विषय पर सतत अभ्यास कर लेते हैं तो सतत अभ्यास के माध्यम से हमें उसी तरह के समरूप कार्य करने में हमें काफी आनंद का अनुभव होता है इसलिए हाथ में विश्वास हमेशा गुणों के श्लोक एवं उसके सतत अभ्यास से ही प्राप्त होता है जो आप इसको आप अंदर आत्मविश्वास भी बढ़ा सकते हैं और अब विजय का मार्ग भी तलाश सकते हैं
बहुत पहले हम लोग जब साइकिल चलाते थे तो साइकिल में भी एक हेड लाइट होती थी और हम सभी जानते हैं कि चाय के लिए आंतरिक ऊर्जा है यानी हमारे पैरों से हमारे सभी से चलता है और उसी के साइड में एक के टंकी जैसा होता था उसके ऊपर एक के नाचने वाला पहिया होती थी और उसके घर क्षण से जो है यांत्रिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होकर और हमारे साइकिल के जो हेड लाइट होती थी वह जलती थी और बहुत मजा आता था रात में कहीं भी आप यात्रा कर सकते थे लेकिन आजकल के साइकिल में ऐसा नहीं दिख रहा है तो उस वजह से हम लोग जो है यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करके प्रकाशमान करते थे और भी बहुत सारे उदाहरण है आप उदाहरण की और बात करें विद्युत ए जनवरी तैयार टरबाइन कि हम बात करें यह भी जो है यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है
जनरल की दृष्टि से या जनरल नॉलेज की दृष्टि से जीवनदायिनी गैस और गैस को भी आप कह सकते हैं लेकिन आम तौर पर देखा जाए तो आखरी जन को हम लोग जीवनदायिनी गा सकते हैं क्योंकि यदि आप सीजन नहीं रहे तो एक तो हम साथ नहीं लेंगे और तुरंत हम मृत्युलोक पधार जाएंगे दूसरा यह है कि ऑक्सीजन के माध्यम से ही आग जलता है जैसे हम खाना बनाते हैं या जो भी आग से काम हो रहा है तो यह सृजन का काफी महत्वपूर्ण है और दूसरा है कार्बन डाइऑक्साइड यानी हम लोग जो सांस लेते हैं वापी जाने और छोड़ते हैं वह कार्बन डाइऑक्साइड है इस दोनों देशों का काफी भूमिका है लेकिन कुल मिलाकर हम जीवन देने के बाद करें जो हो जीव देता है तो वह सभी प्राणियों के लिए विज्ञान जो है महत्वपूर्ण है
घर पर ही रहता हूं बैटरी बनाने का कार्य करता हूं और मोबाइल रिचार्ज इत्यादि
0:56
सवाल है विद्युत बल्ब के अंदर पतले तार को क्या कहते हैं और यह किस चीज का बना होता है देखिए ताप दीप्त ओलंपिया इन करंट इंसेंट लैंप को बोलचाल भाषा में बल्ब कहते हैं या ताप दीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है गर्म होने के कारण प्रकाश का उत्सर्जन टॉप दीप्ति कहलाता है इसमें एक पतला फिलामेंट तार होता है जिससे वह कर जब धारा बहती है तब या गर्म होकर प्रकाश देने लगता है फिलामेंट को कांच के बल्ब के अंदर इसलिए रखा जाता है ताकि अब तक फिलामेंट तक वायु मंडली ऑक्सीजन न पहुंच पाए और इस तरह प्रिया करके फिलामेंट को कमजोर न कर सके विद्युत बल्ब के अंदर आर्गन गैस भरी होती है विद्युत बल्ब का तंतु टंगस्टन का बना होता है धन्यवाद
घर पर ही रहता हूं बैटरी बनाने का कार्य करता हूं और मोबाइल रिचार्ज इत्यादि
1:28
सवाल ही इंसान का रंग अलग-अलग क्यों होता है देखिए मानव त्वचा का रंग गहरे भूरे से लेकर हल्के गुलाबी श्वेत तक विस्तृत पर आ सकता है मानो तो चमकता प्राकृतिक वरण का परिणाम है मानव में त्वचा वर्ण अकता का विकास मुख्य तत्व तक आवेदन करने वाली पराबैंगनी विकिरण की मात्रा को विनियमित करने और इसके जीव रसायन प्रभाव नियंत्रित करने से हुआ है लोगों का वास्तविक रंग विभिन्न तत्वों पर निर्भर करता है यद्यपि सबसे महत्वपूर्ण तत्व मेलानिन इन वर्णक है मेलानिन इन का निर्माण त्वचा की उचित नामक कोशिकाओं के अंदर होता है और गहरे श्याम वर्ण के लोगों की त्वचा का रंग इसे ही निर्धारित होता है हल्के रंग के लोगों की त्वचा का रंग बारिश ताकि नीले सफेद संयोजी उत्तक और शिराओं में प्रभावित होने वाले हेमोग्लोबिन से निर्धारित होता है त्वचा में अंतर्निहित लाल रंग दृश्य मान होता है जो मुख्य रूप से चेहरे पर कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में अधिक दिखाई देता है जैसे व्यायाम के उपरांत तंत्रिका तंत्र की उत्तेजित अवस्था गुस्सा डर आदमी ऐसा दिखाई देता है धन्यवाद
सर्कस वाले के अधिकार का प्रयोग कहां करते हैं पेंट्स आर्टिकल का प्रयोग उन्नाव नियम पूरा नाम से पहले करते हैं फ्रेंड्स आर्टिकल हम उन्नाव अन्नपूर्णा उनको पहचानने के लिए उपयोग आर्टिकल सा किया जाता है आर्टिकल नाउन प्रोनाउन से आगे लगते हैं फ्रेंड्स आर्टिकल अपने दौरे के होते हैं तो डेफिनेट और एक इंडेफिनिटी आर्टिकल के अंदर आ जाएगा और इंटरनेट कल के अंदर एन आर ए और एन आ जाएगा और अपने जो आर्टिकल से अपने किसी के नाम के आगे मतलब जैसे कि विषय आर्टिकल सकते जैसे ताजमहल के आगे स्टोरीकल प्लेस इसके आगे किसी कांस्टेंट साउंड वाले शब्द क्या गेम किसी संस्था के आगे किसी बुक के नाम के आगे जैसे वह सुपरलेटिव कंप्लीट डिग्री आगे जैसे बेस्ट भ्रष्ट ऐसे इसलिए फ्रेंड सर्कल का उपयोग किया जाता है अगर आपको अच्छा लगा हो तो प्लीज लाइक कर देना जय हिंद जय भारत
सबको साले की इंग्लिश फिल्में एन का प्रयोग काका करते हैं दरअसल यह अपने आर्टिकल है यह आर्टिकल इन डिफरेंट आर्टिकल है और फ्रेंड्स एंड का शब्द सेंट्रल से पहले करते हैं मतलब एवं का एंकर पयोग भोपाल से चलकर थे जैसे सर आप को मैं बताता हूं अपने फ्रेंड्स एरोप्लेन एरोप्लेन फ्रेंड्स एंड एरोप्लेन इनके अनुसार एक ही आवाज आ रही है तो सेंड मतलब वह बोल मतलब जिन वर्ष में बल्कि सांड आती है उनसे पहले एंड को ब्लॉक किया जाता है फ्रेंड्स ठीक है अगर आपको अच्छा लगा हो तो प्लीज लाइक कर देना चाहे तो जय भारत
आपका प्रश्न है कि खुश और उत्साही व्यक्तियों के संपर्क में रहने का हमारे तन मन पर क्या प्रभाव पड़ता है देखिए आप जैसे व्यक्ति के संपर्क में रहेंगे आपकी मानसिकता भी धीरे-धीरे उस तरह की होती जाएगी और उसका आपके मन मस्तिष्क पर बहुत गहरा प्रभाव एक बात समझ लीजिए कि अगर कोई व्यक्ति कुछ समय तक कुछ लोग नशा करते हैं कुछ लोग किसी भी तरह का नशा करते हैं कुछ दिनों तक उनके संपर्क में रहेगा तो धीरे-धीरे हो सकता है उसको भी नशे की आदत पड़ जाए वह भी नशा करने लग जा ठीक इसी तरह से आप सकारात्मक मानसिकता वाले व्यक्ति के साथ में रहेंगे उतना ही खुश रहने वाले व्यक्ति के संपर्क में रहेंगे तो आपके अंदर भी उत्साह मोटिवेशन और सकारात्मक विचारों का संचालन होगा और इसके इसके प्रति हमारे ग्रंथों में बहुत स्पष्ट लिखा गया है जैसी आप की संगति है वैसे आपकी मति हो इसमें कोई दो राय नहीं है तो यह बड़ा स्पष्ट है कि व्यक्ति को सदैव सज्जन लोगों के संपर्क में रहना चाहिए व्यक्ति को सदैव खुश उत्साही जो लोग मोटिवेटेड रहते हैं जो लोग नकारात्मक विचार रखते हैं जो लोग जीवन में आगे बढ़ने के प्रति विचार रखते हैं ऐसे लोगों के संपर्क में रहना चाहिए अगर आप नकारात्मक लोगों के संपर्क में रहेंगे तो दे धीरे आपकी मानसिकता भी नकारात्मक होती जाएगी और आप भी गलत सोच विचार आपके अंदर भी विकसित होते जाएंगे तो निसंदेह खुशी और ना ही व्यक्तियों के संपर्क में रहने से हमारे तन मन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव रहेगा और हम भी उस तरह की सोच रखने लगेंगे और जो मुरझाए हुए हैं दुखी हैं हमेशा दुख की बातें करने वाले हैं हक हमेशा लोगों की आलोचना करने वाले हैं हमेशा सिर्फ दूसरों में गलतियां ढूंढने वाले लोग हैं हमेशा जो किसी न किसी बात को लेकर के रोते रहते हैं आप अगर उनके संपर्क में रहेंगे तो आपकी मानसिकता भी उस तरह की हो जाएगी धन्यवाद
ग्रामर में सिंगुलर ओर प्लूरल का उपयोग कहां करते हैं जहां पर सिंगलर का मतलब होता है एक वचन और वही प्लुरल का होता है बहुवचन की दोनों बचन जब हम ग्रामर में यूज करते हैं जब किसी पर्सनल ही चीज के लिए यूज किया जाता मतलब इसके लिए यूज होता होता है चाहे वह यूनिट में हो चाहे संख्या में हो चाहे नाम में हो मतलब एक चीज के लिए यूज किया जाता है तो उसके क्या किया जाता है कि सिंगल और में है जैसे किसी का नाम हो गया जिसे हम अगर कहीं हम सब आ जाएगा तो वहां पर 2 रन हो जाता है मत आओ हम सब कई लोग हैं वही तो मैं खुद हूं या यूं तो एक ही आदमी की बात हो रही है वहां पर सिंगल होता है जहां पर कई लोगों का झुंड हो ग्रुप हो या एक से अधिक चीजें होती हैं वहां पर हम क्या करते हैं प्लूरल का उपयोग करते हैं
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न है क्या अंग्रेजी शब्द को भी अन्य भाषा की तरह बोल सकते हैं जी आप फ्रेंड्स जैसे अन्य भाषाएं बोली जाती हैं वैसे अंग्रेजी को भी हम बोल सकते हैं जैसे अन्य भाषा में लोग बात करते हैं वैसे अंग्रेजी में भी बात कर सकते हैं बहुत सारे देशों में तो सिर्फ इंग्लिश ही बोली जाती है जैसे अमेरिका वगैरह में तो इंग्लिश में ही बात की जाती है तो हम आसानी से इंग्लिश को बोल सकते हैं इंग्लिश भाषा भी अच्छी भाषा होती है जैसे हम लोग हिंदी में बात करते हैं वैसे इंग्लिश में भी बात कर सकते हैं तो दोस्तों आपको जवाब अच्छी लगे तो लाइक कीजिएगा धन्यवाद
10वीं पास के बाद सरकारी नौकरी, 10 पास सरकारी नौकरी