चुनाव आयोग का कार्य विधानसभा और लोकसभा में सीटों में जो वोट देने के लिए लोग जाते हैं उन वोट देने के लिए जो लोग जाते हैं उन मतदाताओं का मतदान सूची का ऑपरेशन करते रहना और मतदाता सूची बनाना और जो भी वोट दिए जाते हैं उन सारी चीजों का मैनेजमेंट जो होता है हर राज्य में कैसे मतदान करवाना है हर को यूनिटरी में मतदान कैसे करवाना बहुत सारी जिम्मेदारी का भाग जो लेता है वह चुनाव आयोग करवाता है
देखिए इंसान के जीवन में कोई ऐसी अवस्था नहीं है बुढ़ापा से लेकर बचपन तक कोई भी ऐसी व्यवस्था नहीं है जहां पर सारी संबंधों को लेकर उसका मुंह नहीं लगता है हमेशा उसका मुंह लगता है रहता है जब तक कि कोई मनुष्य अपनी इंद्रियों को वश में नहीं कर लेता है जब मनुष्य अपने चाहतों इंद्रियों को ऑटो कोई भी एडमिन सीन इन इंद्रियों को अपने वश में कर लेते हैं दुआ मोम शिवबचा रहा था अन्यथा जो भी इस संसार में जन्म लिया है वह हमेशा मुंह बंधन में बना ही रहता है
नमस्कार दोस्तों आज का आपका सवाल है दिल्ली विज्ञापन के प्रकार के बारे में बताओ तो दोस्तों आपके सवाल का उत्तर यह है दिल्ली विज्ञापन के प्रसारण के कई प्रकार से किया जाता है जो दिल्ली विज्ञापन के प्रकार है समय विज्ञापन स्पॉट सौजन्य विज्ञापन करते से आयोजित विज्ञापन स्पोर्ट्स एंड वैसा एक विज्ञापन कमर्शियल तो प्रथम वर्ग के टेली विज्ञापन को समय विज्ञापन या सपोर्ट विज्ञापन कहते हैं इस वर्ग के अंतर्गत 7 से 10 सेकंड के लिए आने वाला विज्ञापन जो उत्पाद की गुणवत्ता मुल्ले अन्य आप जानकारी नहीं होता है और दूसरे वर्ग का टेली विज्ञापन जो सौजनी या कर्टिस विज्ञापन कहलाता है इस विज्ञापन के लिए उत्पादक विज्ञापन संस्था के माध्यम से किसी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम अथवा फिल्म एवं धार धारावाहिक के कारण मध्य अंत में अपने उत्पाद का विज्ञापन प्रसारित करें द स्रोतों को आकर्षित कर उत्पाद की उपयोगिता विषय सूचना प्रेषित करता है और इस वर्ग में प्रसारित विज्ञापन की अवधि 15 से 30 सेकंड होती है और तीसरे वर्ग में विज्ञापन जो पार योजित स्पोर्ट्स हेड विज्ञापन इन के लिए विज्ञापन का उत्पाद किसी कार्यक्रम विशेष को पारित करने का अधिकार तरह कर लेता है तथा कार्यक्रम विशेष के फार्म और मध्य अंत में कई प्रकार के विज्ञापन संक्षिप्त प्रसारण और नाम उच्चारण के साथ उत्पाद का दृश्य प्रस्तुत कर विज्ञापन किया जाता है और चौथा वर्ग में टेलीविजन की थैली विज्ञापन के लिए एक निश्चित अवधि के लिए दैनिक टाइम करिए कर लिया जाता है और उक्त अवधि में जंगल या घर से विधान के आधार पर मैसेज संदेश दिया जाता है तो कभी-कभी इन संदेश को कार्टून के माध्यम से या कठपुतली कार्यक्रम के अंदर से भी विजुअल के माध्यम से भी दिया जाता है तो यह संदेश लोक माध्यम के रूप में भी दिए जा सकते हैं धन्यवाद दोस्तों खुश रहो
कालापानी चेतकपुरी है कि जब अंग्रेजों के जमाने में जब क्रांतिकारियों को कोई सजा देनी होती थी वह कठोर सजा देनी होती थी दवा कोई छोटे से आईलैंड अंडमान निकोबार दीप समूह दादर हवेली यह सारे में जाकर उन्हें अकेला कोठरी में बंद कर दिए जाते यात्रा से मिलने के लिए छोड़ दिया जाता था इसे काले पानी की सजा भी कहते थे उन सब के दीयों का देश के साथ में कनेक्शन टूट जाता था और और दूसरी अर्थवर्म बता सकते हैं कि काला पानी जो है और नेपाल लिया भारत के भारत के उत्तर उत्तर प्रदेश से रिलेटेड एक जगह का स्थान का नाम काला पानी है
साहित्यकार, समीक्षक, संपादक पूर्व अधिकारी विजिलेंस
0:58
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए हमें क्या करना चाहिए हम आत्मविश्वास से लोगों के घरों को आगे बढ़ाते दिखे आत्मविश्वास किसी चीज के विषय में जब जान लेंगे उसके नियमों को जान लेंगे उसको कुछ पहचान लेंगे और फिर उसको कार्य को करेंगे तो आपके अंदर मन में प्रसन्नता रहेगी और आपके अंदर भी भरोसा रहेगा कि उसको हम कर सकते हैं वहां पर आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा किसी विषय पर आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए दूरदर्शिता और उसके सतत अभ्यास की जरूरत होती है जब हम किसी विषय पर सतत अभ्यास कर लेते हैं तो सतत अभ्यास के माध्यम से हमें उसी तरह के समरूप कार्य करने में हमें काफी आनंद का अनुभव होता है इसलिए हाथ में विश्वास हमेशा गुणों के श्लोक एवं उसके सतत अभ्यास से ही प्राप्त होता है जो आप इसको आप अंदर आत्मविश्वास भी बढ़ा सकते हैं और अब विजय का मार्ग भी तलाश सकते हैं
बहुत पहले हम लोग जब साइकिल चलाते थे तो साइकिल में भी एक हेड लाइट होती थी और हम सभी जानते हैं कि चाय के लिए आंतरिक ऊर्जा है यानी हमारे पैरों से हमारे सभी से चलता है और उसी के साइड में एक के टंकी जैसा होता था उसके ऊपर एक के नाचने वाला पहिया होती थी और उसके घर क्षण से जो है यांत्रिक ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होकर और हमारे साइकिल के जो हेड लाइट होती थी वह जलती थी और बहुत मजा आता था रात में कहीं भी आप यात्रा कर सकते थे लेकिन आजकल के साइकिल में ऐसा नहीं दिख रहा है तो उस वजह से हम लोग जो है यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करके प्रकाशमान करते थे और भी बहुत सारे उदाहरण है आप उदाहरण की और बात करें विद्युत ए जनवरी तैयार टरबाइन कि हम बात करें यह भी जो है यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है
हेलो फ्रेंड स्वागत है आपका आपका प्रश्न मुश्किल वक्त में प्रकृति के साथ कैसे संतुलन स्थापित किया जा सकता है जो फ्रेंड्स जैसे अभी हमने देखा था कोरोनावायरस में इतना ज्यादा फैल चुका है तो जैसे हमने प्रकृति के साथ संतुलन किया हम लोग अपने घर में रहे ज्यादा बाहर नहीं गए मैं अपने हाथों को बार-बार 213 मास्क लगाना सोशल डिस्टेंसिंग करना यह सब हम लोगों ने संतुलित किया और जब प्रकृति में समाज में दुनिया में यह कोरोनावायरस ठहर गया तो हम अपने घर में रहे लोग डाउन लगा दिया गया यही सब हुआ व्यक्ति के साथ हमें जब मुश्किल वक्त आए तो प्रतिष्ठान संतुलित रहना चाहिए जब भी कोई ऐसे ज्यादा बारिश हो तो हमें घर में रहना चाहिए ज्यादा बाहर नहीं जाना चाहिए यह सब जो प्राकृतिक आपदाएं आती है तो प्रकृति हमें उनके साथ संतुलन बनाकर रहना चाहिए धन्यवाद
जनरल की दृष्टि से या जनरल नॉलेज की दृष्टि से जीवनदायिनी गैस और गैस को भी आप कह सकते हैं लेकिन आम तौर पर देखा जाए तो आखरी जन को हम लोग जीवनदायिनी गा सकते हैं क्योंकि यदि आप सीजन नहीं रहे तो एक तो हम साथ नहीं लेंगे और तुरंत हम मृत्युलोक पधार जाएंगे दूसरा यह है कि ऑक्सीजन के माध्यम से ही आग जलता है जैसे हम खाना बनाते हैं या जो भी आग से काम हो रहा है तो यह सृजन का काफी महत्वपूर्ण है और दूसरा है कार्बन डाइऑक्साइड यानी हम लोग जो सांस लेते हैं वापी जाने और छोड़ते हैं वह कार्बन डाइऑक्साइड है इस दोनों देशों का काफी भूमिका है लेकिन कुल मिलाकर हम जीवन देने के बाद करें जो हो जीव देता है तो वह सभी प्राणियों के लिए विज्ञान जो है महत्वपूर्ण है
घर पर ही रहता हूं बैटरी बनाने का कार्य करता हूं और मोबाइल रिचार्ज इत्यादि
0:56
सवाल है विद्युत बल्ब के अंदर पतले तार को क्या कहते हैं और यह किस चीज का बना होता है देखिए ताप दीप्त ओलंपिया इन करंट इंसेंट लैंप को बोलचाल भाषा में बल्ब कहते हैं या ताप दीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है गर्म होने के कारण प्रकाश का उत्सर्जन टॉप दीप्ति कहलाता है इसमें एक पतला फिलामेंट तार होता है जिससे वह कर जब धारा बहती है तब या गर्म होकर प्रकाश देने लगता है फिलामेंट को कांच के बल्ब के अंदर इसलिए रखा जाता है ताकि अब तक फिलामेंट तक वायु मंडली ऑक्सीजन न पहुंच पाए और इस तरह प्रिया करके फिलामेंट को कमजोर न कर सके विद्युत बल्ब के अंदर आर्गन गैस भरी होती है विद्युत बल्ब का तंतु टंगस्टन का बना होता है धन्यवाद
घर पर ही रहता हूं बैटरी बनाने का कार्य करता हूं और मोबाइल रिचार्ज इत्यादि
1:28
सवाल ही इंसान का रंग अलग-अलग क्यों होता है देखिए मानव त्वचा का रंग गहरे भूरे से लेकर हल्के गुलाबी श्वेत तक विस्तृत पर आ सकता है मानो तो चमकता प्राकृतिक वरण का परिणाम है मानव में त्वचा वर्ण अकता का विकास मुख्य तत्व तक आवेदन करने वाली पराबैंगनी विकिरण की मात्रा को विनियमित करने और इसके जीव रसायन प्रभाव नियंत्रित करने से हुआ है लोगों का वास्तविक रंग विभिन्न तत्वों पर निर्भर करता है यद्यपि सबसे महत्वपूर्ण तत्व मेलानिन इन वर्णक है मेलानिन इन का निर्माण त्वचा की उचित नामक कोशिकाओं के अंदर होता है और गहरे श्याम वर्ण के लोगों की त्वचा का रंग इसे ही निर्धारित होता है हल्के रंग के लोगों की त्वचा का रंग बारिश ताकि नीले सफेद संयोजी उत्तक और शिराओं में प्रभावित होने वाले हेमोग्लोबिन से निर्धारित होता है त्वचा में अंतर्निहित लाल रंग दृश्य मान होता है जो मुख्य रूप से चेहरे पर कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में अधिक दिखाई देता है जैसे व्यायाम के उपरांत तंत्रिका तंत्र की उत्तेजित अवस्था गुस्सा डर आदमी ऐसा दिखाई देता है धन्यवाद
सर्कस वाले के अधिकार का प्रयोग कहां करते हैं पेंट्स आर्टिकल का प्रयोग उन्नाव नियम पूरा नाम से पहले करते हैं फ्रेंड्स आर्टिकल हम उन्नाव अन्नपूर्णा उनको पहचानने के लिए उपयोग आर्टिकल सा किया जाता है आर्टिकल नाउन प्रोनाउन से आगे लगते हैं फ्रेंड्स आर्टिकल अपने दौरे के होते हैं तो डेफिनेट और एक इंडेफिनिटी आर्टिकल के अंदर आ जाएगा और इंटरनेट कल के अंदर एन आर ए और एन आ जाएगा और अपने जो आर्टिकल से अपने किसी के नाम के आगे मतलब जैसे कि विषय आर्टिकल सकते जैसे ताजमहल के आगे स्टोरीकल प्लेस इसके आगे किसी कांस्टेंट साउंड वाले शब्द क्या गेम किसी संस्था के आगे किसी बुक के नाम के आगे जैसे वह सुपरलेटिव कंप्लीट डिग्री आगे जैसे बेस्ट भ्रष्ट ऐसे इसलिए फ्रेंड सर्कल का उपयोग किया जाता है अगर आपको अच्छा लगा हो तो प्लीज लाइक कर देना जय हिंद जय भारत
सबको साले की इंग्लिश फिल्में एन का प्रयोग काका करते हैं दरअसल यह अपने आर्टिकल है यह आर्टिकल इन डिफरेंट आर्टिकल है और फ्रेंड्स एंड का शब्द सेंट्रल से पहले करते हैं मतलब एवं का एंकर पयोग भोपाल से चलकर थे जैसे सर आप को मैं बताता हूं अपने फ्रेंड्स एरोप्लेन एरोप्लेन फ्रेंड्स एंड एरोप्लेन इनके अनुसार एक ही आवाज आ रही है तो सेंड मतलब वह बोल मतलब जिन वर्ष में बल्कि सांड आती है उनसे पहले एंड को ब्लॉक किया जाता है फ्रेंड्स ठीक है अगर आपको अच्छा लगा हो तो प्लीज लाइक कर देना चाहे तो जय भारत
आपका प्रश्न है कि खुश और उत्साही व्यक्तियों के संपर्क में रहने का हमारे तन मन पर क्या प्रभाव पड़ता है देखिए आप जैसे व्यक्ति के संपर्क में रहेंगे आपकी मानसिकता भी धीरे-धीरे उस तरह की होती जाएगी और उसका आपके मन मस्तिष्क पर बहुत गहरा प्रभाव एक बात समझ लीजिए कि अगर कोई व्यक्ति कुछ समय तक कुछ लोग नशा करते हैं कुछ लोग किसी भी तरह का नशा करते हैं कुछ दिनों तक उनके संपर्क में रहेगा तो धीरे-धीरे हो सकता है उसको भी नशे की आदत पड़ जाए वह भी नशा करने लग जा ठीक इसी तरह से आप सकारात्मक मानसिकता वाले व्यक्ति के साथ में रहेंगे उतना ही खुश रहने वाले व्यक्ति के संपर्क में रहेंगे तो आपके अंदर भी उत्साह मोटिवेशन और सकारात्मक विचारों का संचालन होगा और इसके इसके प्रति हमारे ग्रंथों में बहुत स्पष्ट लिखा गया है जैसी आप की संगति है वैसे आपकी मति हो इसमें कोई दो राय नहीं है तो यह बड़ा स्पष्ट है कि व्यक्ति को सदैव सज्जन लोगों के संपर्क में रहना चाहिए व्यक्ति को सदैव खुश उत्साही जो लोग मोटिवेटेड रहते हैं जो लोग नकारात्मक विचार रखते हैं जो लोग जीवन में आगे बढ़ने के प्रति विचार रखते हैं ऐसे लोगों के संपर्क में रहना चाहिए अगर आप नकारात्मक लोगों के संपर्क में रहेंगे तो दे धीरे आपकी मानसिकता भी नकारात्मक होती जाएगी और आप भी गलत सोच विचार आपके अंदर भी विकसित होते जाएंगे तो निसंदेह खुशी और ना ही व्यक्तियों के संपर्क में रहने से हमारे तन मन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव रहेगा और हम भी उस तरह की सोच रखने लगेंगे और जो मुरझाए हुए हैं दुखी हैं हमेशा दुख की बातें करने वाले हैं हक हमेशा लोगों की आलोचना करने वाले हैं हमेशा सिर्फ दूसरों में गलतियां ढूंढने वाले लोग हैं हमेशा जो किसी न किसी बात को लेकर के रोते रहते हैं आप अगर उनके संपर्क में रहेंगे तो आपकी मानसिकता भी उस तरह की हो जाएगी धन्यवाद
ग्रामर में सिंगुलर ओर प्लूरल का उपयोग कहां करते हैं जहां पर सिंगलर का मतलब होता है एक वचन और वही प्लुरल का होता है बहुवचन की दोनों बचन जब हम ग्रामर में यूज करते हैं जब किसी पर्सनल ही चीज के लिए यूज किया जाता मतलब इसके लिए यूज होता होता है चाहे वह यूनिट में हो चाहे संख्या में हो चाहे नाम में हो मतलब एक चीज के लिए यूज किया जाता है तो उसके क्या किया जाता है कि सिंगल और में है जैसे किसी का नाम हो गया जिसे हम अगर कहीं हम सब आ जाएगा तो वहां पर 2 रन हो जाता है मत आओ हम सब कई लोग हैं वही तो मैं खुद हूं या यूं तो एक ही आदमी की बात हो रही है वहां पर सिंगल होता है जहां पर कई लोगों का झुंड हो ग्रुप हो या एक से अधिक चीजें होती हैं वहां पर हम क्या करते हैं प्लूरल का उपयोग करते हैं